केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि वह दिल्ली से लगने वाले राज्यों में पराली से होने वाले प्रदूषण के मामले में दखल दें…
कोरोना के बीच पराली जलाने के चलते वायरस का खतरा और बढ़ गया है. विशेषज्ञों ने पराली जलाने के सीजन के पहले ही कहा था कि ठंड और पराली से बढ़े प्रदूषण से कोरोना की समस्या और गंभीर हो सकती है.
केजरीवाल ने मीटिंग में बताया कि दिल्ली ने 10 नवंबर को 8600 मामलों का पीक देखा. उसके बाद से नए मामले और पॉजिटिविटी रेट कम हो रही है और उम्मीद है कि यह ट्रेंड बना रहेगा. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार के अस्पतालों में 1000 आईसीयू बेड रिजर्व करने का आग्रह किया है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तीसरे दौर में मामलों की इतनी गंभीरता के कई कारण हैं. प्रदूषण भी एक अहम कारण है. केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि वह दिल्ली से लगने वाले राज्यों में पराली से होने वाले प्रदूषण के मामले में दखल दें. यह ध्यान में रखते हुए कि पराली के समाधान के लिए पूसा का बायो डी कंपोजर उपलब्ध है.
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि वह केंद्र सरकार के अस्पतालों में 1000 आईसीयू बेड तब तक के लिए रिज़र्व करें जब तक कोरोना की तीसरी लहर खत्म नहीं हो जाती है. पीएम मोदी के साथ बैठक में महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, गुजरात, छत्तीसगढ़, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और हरियाणा के मुख्यमंत्री बैठक कर रहे हैं.
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