केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी एक साक्षात्कार में कहा कि उन पर माता-पिता और छात्रों द्वारा परीक्षा लेने के फैसले को लेकर काफी दबाव था..
राष्ट्रीय योग्यता प्रवेश परीक्षा (National Eligibility Entrance Test) के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया है। परीक्षा के आयोजन को लेकर लंबे समय से विवाद रहा है लेकिन सरकार परीक्षा को रोकने के विकल्प पर विचार करने के लिए तैयार नहीं है।केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी एक साक्षात्कार में कहा कि उन पर माता-पिता और छात्रों द्वारा परीक्षा लेने के फैसले को लेकर काफी दबाव था।
इस साल, 1.5 मिलियन से अधिक छात्रों ने NEET परीक्षा के लिए फॉर्म भरे हैं, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 4.87 प्रतिशत अधिक है।पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 74,000 से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया है।इस बार जम्मू और कश्मीर से पंजीकरण की संख्या भी पिछले साल की तुलना में अधिक थी।
सरकार ने छात्रों की सुविधा के लिए ऑफलाइन फॉर्म जारी किए थे और नोडल केंद्र बनाए गए थे। सबसे ज्यादा फॉर्म महाराष्ट्र से भरे गए। महामारी के कारण छात्रों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सामाजिक दूरी का ध्यान रखा जाएगा। इसके लिए 3843 केंद्र बनाए गए हैं।
बता दें कि पिछले कई दिनों से परीक्षा को स्थगित करने की मांग की जा रही थी। कुछ छात्रों और अभिभावकों का कहना है कि परीक्षा देने से उनका स्वास्थ्य खतरे में पड़ सकता है। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई थी लेकिन अदालत ने परीक्षा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। इसपर विवाद अभी भी चल रहा है।
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