भारत में 18वें लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान नहीं हुआ है, लेकिन सभी राजनीतिक दल इसकी तैयारी में जुट गए हैं. सत्ताधारी एनडीए गठबंधन की मुख्य पार्टी भाजपा ने कमजोर सीटों की पहचान भी कर ली हैं और इन सीटों पर चुनाव की तारीखों का एलान होने से पहले ही उम्मीदवार का एलान करने की तैयारी है. वहीं, विपक्षी दलों का एनडीए गठबंधन आपसी कलह से जूझ रहा है. अब तक कई बड़ी पार्टियां अकेले ही चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी हैं. वहीं, कई बड़े नेता इस गठबंधन के साथ-साथ अपनी पार्टी भी छोड़ चुके हैं.
I.N.D.I.A गठबंधन के लिए सबसे बड़ा झटका बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गठबंधन से अलग होना रहा है. इसके अलावा पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और दिल्ली-पंजाब में आम आदमी पार्टी भी अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी है. ऐसे में अगर सपा के अखिलेश यादव ने भी अकेले चुनाव लड़ने की बात कही तो I.N.D.I.A सिर्फ नाम का गठबंधन रह जाएगा और एनडीए को चुनौती देना बेहद मुश्किल हो जाएगा.
चुनाव आयोग फरवरी महीने के अंत तक या मार्च के पहले सप्ताह में आगामी लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान करेगा. इसके बाद सभी दलों और गठबंधन को 543 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों का एलान करना होगा. सत्ताधारी एनडीए गठबंधन इसके लिए तैयार है और जल्द ही उन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का एलान कर सकता है, जहां उसे जीत नहीं मिली है, लेकिन I.N.D.I.A गठबंधन के चुनौती बड़ी है. कई दल पहले ही गठबंधन को झटका दे चुके हैं. यहां हम बता रहे हैं कि अब तक किन दलों ने गठबंधन को झटका दिया है.
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