अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) नेता और तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) का बड़ा बयान आया है. स्टालिन ने गुरुवार (18 जनवरी) को कहा कि उनकी पार्टी अयोध्या में राम मंदिर के खिलाफ नहीं है लेकिन ‘मस्जिद को ध्वस्त’ कर धाम बनाने का विरोध करती है.
उदयनिधि ने चेन्नई में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दिवंगत डीएमके सुप्रीमो एम.करुणानिधि ने कहा था कि द्रमुक किसी खास धर्म या आस्था के खिलाफ नहीं है. डीएमके की युवा इकाई के प्रमुख ने 1992 में बाबरी ढांचे के विध्वंस का संदर्भ देते हुए कहा, ”हमें वहां पर मंदिर बनाने से कोई समस्या नहीं है. हम मस्जिद को ध्वस्त कर मंदिर बनाने से सहमत नहीं हैं.”
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