पंजाब का सबसे महंगा टोल प्लाजा लाडोवाल पिछले 5 दिनों से बंद है. किसान आज छठे दिन भी केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. 1.75 लाख से ज्यादा वाहन बिना टोल टैक्स के गुजरे. एनएचएआई को करीब 5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है|
प्रदर्शनकारी किसानों के आगे NHAI बेबस नजर आ रही है. कोई भी अधिकारी किसानों से बात करने नहीं आ रहा है. टोल टैक्स पर काम करने वाले कर्मचारी बिना किसी काम के पूरी तरह से बेकार हैं. टोल से गुजरने वाले वाहन चालक प्रदर्शनकारी किसानों का शुक्रिया अदा कर रहे हैं. किसान अपनी मांग पर अड़े हैं कि टोल प्रति वाहन 150 रुपये होना चाहिए, लेकिन एनएचएआई के अधिकारी किसानों की मांगों को नजरअंदाज कर रहे हैं. इसके चलते लाडोवाल टोल प्लाजा पर किसानों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। आज भी आसपास के कई ग्रामीण किसानों से जुड़ने लगे हैं। प्रदर्शन में लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है|
भारतीय किसान मजदूर यूनियन के अध्यक्ष दिलबाग सिंह ने कहा कि आज संघर्ष छठे दिन पर पहुंच गया है. सरकार गहरी नींद में सोयी हुई है. जनता से हो रही लूट को रोकने के लिए किसान हर कठिनाई का सामना करने को तैयार है। अगर सरकार सोचती है कि किसान एक हफ्ते या कुछ दिनों में अपना धरना खत्म कर देंगे तो यह सरकार की गलती है। किसान सरकार की जनविरोधी नीतियों से डरने वाले नहीं हैं। दिलबाग ने कहा कि गर्मी में अपने खेतों की जुताई करने वाले किसान लोगों की लूट को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने को तैयार हैं। हर दिन पुलिसकर्मी और सुरक्षा एजेंसियां समझाने की कोशिश करती हैं लेकिन किसान किसी की बात सुनने को तैयार नहीं हैं. धरने का काफिला लगातार बढ़ता जा रहा है. क्या एक साल में तीन बार रेट बढ़ाना उचित है? सरकार पंजाबियों की मेहनत की कमाई लूटना चाहती है, जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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