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श्री अकाल तख्त साहिब के हेड ग्रंथी के 25 वर्षीय बेटे की हादसे में हुई मौ*त । बेटे के ससुर और पार्टनर ने भी त्यागे प्राण अपनी पत्नी और 2 साल के बेटे को छोड़ गए पीछे ||

पंथक हलकों में यह खबर बड़े दुख के साथ पढ़ी जाएगी कि श्री अकाल तख्त साहिब के हेड ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी मलकीत सिंह वरपाल के छोटे बेटे भाई हरचरणप्रीत सिंह रागी की गुरु चरना में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई और एक दोस्त गुरप्रीत सिंह भी चले गए इस दुर्घटना में गुरुचरण को. भाई हरचरणप्रीत सिंह 25 साल के थे. उनके परिवार में उनकी विधवा बीबा गगनप्रीत कौर और 2 साल का बच्चा हरि सिंह हैं। जानकारी के मुताबिक, भाई हरचरणप्रीत सिंह कीर्तन करते थे और टाटा नगर कीर्तन कार्यक्रम में जा रहे थे. रास्ते में उनकी कार अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे उन तीनों की मौके पर ही मौत हो गई. ज्ञानी मलकीत सिंह ने बताया कि शव 8 जून को अमृतसर पहुंचेंगे और 9 जून को अंतिम संस्कार किया जाएगा. दुख की इस घड़ी में श्री दरबार साहिब के अतिरिक्त प्रमुख ग्रंथी ज्ञानी अमरजीत सिंह, ग्रंथी ज्ञानी गुरमिंदर सिंह, ज्ञानी राजदीप सिंह, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह, तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, तख्त श्री केसगढ़ साहिब जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह, शोरमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी, सचिव श्री प्रताप सिंह, ओएसडी श्री सतबीर सिंह, अतिरिक्त सचिव श्री बलविंदर सिंह काहलवां, श्री बिजय सिंह बदीन, प्रोफेसर सुखदेव सिंह, कुलविंदर सिंह रामदास, जसविंदर सिंह जस्सी , हरभजन सिंह वक्ता, पूर्व मुख्य सचिव डॉ. रूप सिंह, दमदमी टकसाल के प्रमुख ज्ञानी राम सिंह, पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष श्री रमेश सिंह अरोड़ा, पूर्व अध्यक्ष श्री अमीर सिंह, बिशन सिंह, सतवंत सिंह, तारा सिंह महासचिव बीबी सतवंत कौर चीफ खालसा दीवान के अध्यक्ष डॉ. इंदरबीर सिंह निझर, उपाध्यक्ष श्री जगजीत सिंह बंटी, मानद सचिव श्री सुखजिंदर सिंह प्रिस आदि ने सिंह साहिब के साथ अपना दुख व्यक्त किया। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले बीर बाबा बुड्ढा साहिब में पैसे लेने के कारण एक पाठी ने सिंह साहब के 16 वर्षीय भतीजे की हत्या कर दी थी।

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