भारत में सर्दी का मौसम गर्म होता जा रहा है और वसंत का मौसम भी छोटा होता जा रहा है। देश के कई हिस्सों में वसंत गायब हो गया है. यह जानकारी अमेरिका स्थित क्लाइमेट सेंट्रल के शोधकर्ताओं के शोध में सामने आई है। शोधकर्ताओं ने 1970 के बाद से तापमान के आंकड़ों से भारत के संदर्भ में ग्लोबल वार्मिंग का विश्लेषण किया है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, सिकुड़ता झरना निकट भविष्य में पारिस्थितिकी तंत्र के लिए नई चुनौतियां पैदा कर सकता है। इस साल उत्तर भारत में जनवरी में कुछ दिनों तक ठंड के साथ-साथ हल्की गर्मी भी महसूस की गई. इसके साथ ही फरवरी की भीषण गर्मी के साथ-साथ मार्च महीने की गुलाबी ठंढ भी अपने आप गायब हो गई. हालाँकि कुछ दिनों तक हल्की ठंड थी, लेकिन मौसम आमतौर पर गर्म था। इसका असर फरवरी और मार्च में फूलों के खिलने की प्रक्रिया में देखा गया। गेंदा, गुलाब, गुड़हल और गुलाब जैसे मौसमी फूलों में तेज बदलाव आया और पैदावार कम हो गई।