जाब और हरियाणा के किसान आज सुबह 11 बजे दिल्ली कूच करेंगे. इसके लिए किसानों ने पूरी तैयारी कर ली है. बॉर्डर पर बड़ी संख्या में किसान जुट रहे हैं. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमने सरकार से कहा है कि आप हमें मार सकते हैं, लेकिन कृपया किसानों पर अत्याचार न करें. हम प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि वे इस मोर्चे के शांतिपूर्ण समाधान के लिए आगे आएं और किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी वाले कानून की घोषणा करके इस विरोध को समाप्त करें।
शंभू बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेताओं ने युवाओं से धैर्य से काम लेने की अपील की. आज के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, ”हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की. हमने बैठकों में हिस्सा लिया, हर बिंदु पर चर्चा हुई और अब फैसला केंद्र सरकार को लेना है. हम शांत रहेंगे. प्रधानमंत्री को आगे आकर हमारी मांगें माननी चाहिए. 1.5-2 लाख करोड़ रुपये कोई बड़ी रकम नहीं है… इन बाधाओं को दूर किया जाना चाहिए और हमें दिल्ली की ओर मार्च करने की अनुमति दी जानी चाहिए।’
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, ”हमारा कोई अराजकता पैदा करने का इरादा नहीं है… हमने 7 नवंबर से दिल्ली जाने की योजना बनाई है। अगर सरकार कहती है कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं मिला तो इसका मतलब है कि सरकार हमें नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है.