उत्तराखंड के हिंसाग्रस्त हल्द्वानी शहर के बाहरी इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया गया है लेकिन बनभूलपुरा क्षेत्र में यह लागू रहेगा. दूसरी ओर घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं. कुमाऊं के कमिश्नर को इसकी जिम्मेदारी देते हुए 15 दिनों के अंदर उनसे रिपोर्ट मांगी गई है. दूसरी ओर अफसरों पर भी अब सवाल खड़े होने लगे हैं.
सूत्रों के अनुसार बनभूलपुरा हिंसा के पहले चार दिन में पांच इंटेलिजेंस रिपोर्ट दी गई थीं, जिनमें साफ तौर पर इस रिपोर्ट में हिंसा होने की आशंका जतायी गई थी. साथ ही कई और आवश्यक सुझाव दिये थे, जिन्हें कार्रवाई के दौरान अमल में लाया जाना जरूरी बताया था. लेकिन इनमें से कोई भी सुझाव-सलाह हो नहीं माना गया. सूत्रों की माने तो इसकी वजह अफसरों की मनमानी को बताया गया है.
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