अभिनेता सिद्धांत चतुर्वेदी ने ‘गली बॉय’, ‘गहराईयां’ और ‘फोन भूत’ जैसी फिल्मों में काम कर इंडस्ट्री में जगह बनाई है। बॉलीवुड हीरो बनना सिद्धांत का सपना था और साथ ही उनकी योजना इंडस्ट्री में बनी हुई हीरो की छवि में बदलाव करना भी रही है। सिद्धांत चतुर्वेदी का कहना है कि दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान जैसे दिग्गजों ने हिंदी सिनेमा में बॉलीवुड नायक की भूमिका निभाने के मानदंडों को परिभाषित किया है। कंटेंट के साथ हीरोइज्म का कॉन्सेप्ट मिलाकर अपने लिए जगह बनाना उनका मकसद रहा। लेकिन, सिद्धांत नायक के किरदार को फिर परिभाषित करना चाहते हैं।
दिग्गजों से बराबरी पर कही ये बात
सिद्धांत चतुर्वेदी ने पीटीआई के साथ बातचीत में कहा, ‘मेरे लिए यह ट्रायल करने और गलतियों से सीखने जैसा है। मैं जो करना चाहता हूं, ये उनके समझने की कोशिश है’। सिद्धांत ने आगे कहा कि उनके लिए ये सोचना बेकार होगा कि जब हिंदी सिनेमा में नायक की भूमिका निभाने की बात आती है तो वे दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान की बराबरी कर सकते हैं।