इस्राइल और हमास के बीच पिछले 12 दिनों से युद्ध जारी है, जिसमें करीब पांच हजार लोगों की मौत हो गई। इस बीच मंगलवार को गाजा के अस्पताल में विस्फोट हो गया, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई। हमले के तुरंत बाद इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एक ट्वीट किया था, जिसे बाद में हटा दिया गया। अब ट्वीट हटाए जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। इस हमले का आरोप दोनों ही एक दूसरे पर मढ़ रहे हैं। एक तरफ इस्राइल हमास पर आरोप लगा रहा तो वहीं फलस्तीनी राजदूत ने नेतन्याहू को झूठा बताया है।
दरअसल, इस्राइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को उस पोस्ट को हटा दिया था, जिसमें नेतन्याहू ने कहा था कि यह संघर्ष अंधेरे और रोशनी के बच्चों के बीच है। यह इंसानियत और जंगलराज के बीच लड़ाई है। हालांकि, यह पोस्ट विधानसभा में नेतन्याहू की टिप्पणी से था, जो रिकॉर्ड में है।
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