इस मानसून में पैची (क्षेत्रवार) बारिश का नया ट्रेंड देखा गया। बिरहाना रोड पर बारिश हुई तो स्वरूपनगर में धूप रही। ऐसा शहरी और ग्रामीण दोनों ही इलाकों में देखा गया। समग्र बारिश न होने की वजह से लोग उमस में भी खूब उबले तो औसत तापमान भी पिछले सालों के मुकाबले ज्यादा रहा।
पैची बारिश, भीषण उमस और अधिक औसत तापमान लेकर आया मानसून सितंबर बीतने के साथ विदा हो गया। यह छह साल में सबसे कम बारिश वाला मानसून रहा। चंद्रेशखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार इन चार महीनों में कुल 728.7 मिमी बारिश हुई, जो पिछले साल की अपेक्षा 296.9 मिमी कम है।
पिछले छह वर्षों में पूरे साल का औसत तापमान जहां 30 व 31 डिग्री के आसपास रहा, वहीं जुलाई तक के आंकड़ों के आधार पर अधिकतम तापमान का औसत 32 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि इसमें साल बीतने पर कुछ गिरावट आने की संभावना है।