पंजाब में तेज बारिश के चलते कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हैं। वहीं जालंधर में भी रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। शहर के बीचों बीच भगत सिंह कालोनी के साथ लगते गंदे नाले में भी भाखड़ा नहर का पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके चलते पुलिस ने नाले के साथ रहने वाले झुग्गी-झोपड़ी वालों को कहीं सुरक्षित जगह शिफ्ट होने के लिए कह दिया है।
देर रात झुग्गियों के लोग अपना सामान समेटकर सड़कों पर जा बैठे हैं। पर अभी तक प्रशासन की तरफ से उनके लिए कोई पुख्ता प्रबंधन नहीं किया गया है। इस मामले में प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। डीसी विशेष सारंगल को इस आदेश के बारे में कोई जानकारी नहीं है। प्रशासनिक अधिकारियों में तालमेल की कमी का खामियाजा इलाके के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
वहीं दूसरी तरफ नाले में भाखड़ा नहर का पानी छोड़े जाने का पता चलने के बाद श्री गुरु अमरदास कालोनी के लोगों ने बांध बनाने का काम शुरू कर दिया है। वहीं मौजूद सरकारी कर्मचारी ने उनको बांध बनाने से रोकने की कोशिश भी की। उक्त कर्मचारी का कहना है कि अगर इस नाले पर लोगों ने बांध लिया तो सारा गंदा पानी शहर में घुस जाएगा। बांध को लेकर हुए विरोध के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया। जिसके चलते थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर लोगो से बात चित की ।
60 घरों के 250 लोग बेघर।पुलिस की चेतावनी के बाद झुग्गियों में रहने वाले करीब 60 घरों के 250 लोग सड़कों पर आ गए हैं। प्रशासन ने उन्हें बिना सुविधा दिए बेघर कर दिया है। छोटे-छोटे बच्चे,औरते व बुजुर्ग परिवार के साथ खुले आसमान में रहन को मजबूर हैं। बेघर हुए बजरंग का कहना है कि वह परिवार को लेकर सड़क पर आ गए हैं। लेकिन उनके रहने के लिए प्रशासन ने कोई व्यवस्था नहीं की है।
भाखड़ा नहर से छोड़े जाने वाले पानी को लेकर डीसी के अलावा फ्लड कंट्रोल रूम को भी कोई जानकारी नहीं है। कंट्रोल रूम में फोन करने पर इलाके को लोगों को कोई संतुष्ट जवाब नहीं मिला। जबकि जिला प्रशासन की तरफ से हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है और कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं।
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