सुनारिया जेल में कैद डेरामुखी गुरमीत राम रहीम ने एक बार फिर जेल से अपने समर्थकों के लिए चिट्ठी जारी की है. एक ओर इसने राजनीतिक विंग के विघटन की पुष्टि की है, दूसरी ओर गुरु गद्दी के बारे में भी कहा है कि हम गुरु बने रहेंगे। यह पत्र डेरे में आयोजित गुरुमंत्र दिवस पर भंडारे के दौरान पढ़ा गया।
राम रहीम ने पत्र में कहा है कि मैं गुरु हूं और रहूंगा। राम रहीम ने कहा कि गुरु होने के नाते हम वादा कर रहे हैं कि सभी एकजुट रहें और एकता बनाए रखें और किसी की बातों में आकर अपनी एकता को भंग न करें. राम रहीम ने लिखा कि गुरु के रूप में हम वचन देते हैं कि हम मानवता के कल्याण के लिए हर अच्छे काम में साथ देंगे और मार्गदर्शन करेंगे. राम रहीम ने पैरोल के दौरान आश्रम में बिताए 40 दिनों का भी जिक्र किया है।
बता दें कि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम दो साध्वियों के यौन शोषण और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति व पूर्व मैनेजर रंजीत सिंह की हत्या के मामले में उम्रकैद के मामले में 10-10 साल की सजा काट रहा है. हाल ही में राम रहीम की पैरोल को लेकर विवाद हुआ था, उसे बार-बार पैरोल दिए जाने पर कई संगठनों ने आपत्ति जताई थी, जिसे हरियाणा के जेल मंत्री को क्लीयर करना पड़ा था.
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