पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उन पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। चन्नी हाल ही में हिमाचल दौरे पर थीं। यहां उन्होंने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात की। इस दौरान सीएम सुखी ने चन्नी को सम्मान देने के लिए शॉल और टोपी पहनाई, लेकिन चन्नी ने पगड़ी के ऊपर हिमाचली टोपी पहन रखी थी। इसके बाद मामले ने धार्मिक रंग ले लिया और सिख संगठनों ने इसका विरोध किया।
सोशल मीडिया पर चन्नी का एक कथित वीडियो भी वायरल हो रहा है। इसमें उनकी बातचीत संत सिपाही सोसायटी लुधियाना के दविंदर सिंह से हो रही है। इसमें चन्नी के पगड़ी पर हिमाचली टोपी लगाने के मामले पर सवाल उठाया था। चन्नी ने जवाब दिया कि यह उनके सम्मान के लिए किया गया था और मैंने इसे उतार दिया।
इस मामले में चन्नी से माफी मांगते सुने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सम्मानितों को यह नहीं पता था कि पगड़ी पर टोपी नहीं रखनी चाहिए। उसे श्री अकाल तख्त साहिब जाने और संगत से माफी मांगने के लिए कहा गया, जिस पर चन्नी ने जवाब दिया कि वह जत्थेदार के पास जाएगा और माफी मांगेगा। चन्नी की पगड़ी पर हिमाचली टोपी लगाने के मामले में शिरोमणि कमेटी भी आपत्ति जता चुकी है। उन्होंने इसे सिख परंपरा का उल्लंघन बताया और माफी मांगने को कहा।
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