ऑस्ट्रेलिया में अन्य देशों से बसे लोगों को उनकी मातृभाषा से जोड़े रखने के लिए वहां की सरकार ने मातृभाषा को एक अतिरिक्त विषय के रूप में मान्यता दी है और छात्र अपनी मातृभाषा को एक विषय के रूप में रख सकते हैं और उसका अध्ययन कर सकते हैं। वहां की पहली 10 भाषाओं में पंजाबी भाषा को शामिल किया गया है। इस पहल से ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले स्कूली छात्र अब एक विषय के रूप में पंजाबी पढ़ सकेंगे।
ऑस्ट्रेलियाई स्कूलों में अतिरिक्त विषय के रूप में पंजाबी विषय पढ़ाने के लिए सप्ताह का अंतिम दिन निर्धारित किया गया है। सप्ताह के अंतिम दिन शिक्षक पूरे सप्ताह की पढ़ाई कराएंगे। इससे विदेशों से आए लोग ऑस्ट्रेलिया में रहते हुए भी अपनी मातृभाषा से जुड़े रह सकते हैं।
Comment here