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क्यों इरफान खान के पापा उन्हें ब्राह्मण कहते थे !

बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाने वाले एक्टरों की जिस दिन बात होगी उस दिन इरफान खान का नाम सबसे पहले आएगा। लेकिन आज वो दुनिया छोड़ कर चले गए। लेकिन आज हम आपको उनसे जुड़ा एक किस्सा सुनाने जा रहे है दरअसल पठान परिवार में पैदा होने के बावजूद इरफान खान ने कभी नॉनवेज नहीं खाया। बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक इरफान खान ने अपने अभिनय का झंडा गाड़ा है। उन्हें फिल्मों में अलग-अलग चुनौतीभरे किरदार निभाने के लिए फैंस द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किया गया। भले ही आज वह हमारे बीच नहीं है लेकिन उनकी फिल्में आने वाले कई सालों तक हमारा मनोरंजन करती रहेगी। 7 जनवरी 1967 को राजस्थान के जयपुर जिले में जन्मे इरफान खान मुस्लिम पठान परिवार से संबंध रखते थे। इसके बावजूद वह बचपन से ही शाकाहारी बने रहे।

शाकाहारी होने की वजह से इरफान के पिता साहबजादे इरफान अली खान उन्हें यह कहकर चिढ़ाते थे कि एक ब्राह्मण का जन्म पठान परिवार में हो गया है। इरफान के पिता टायर का व्यापार किया करते थे। जब इरफान ने एनएसडी (NSD) में प्रवेश लिया तो इसी दौरान उनके पिता का देहांत हो गया। जिसके बाद उन्हें घर से आर्थिक सहायता भी मिलना बंद हो गई। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और एनएसडी से मिलने वाली फेलोशिप से कोर्स पूरा किया। 23 फरवरी 1995 को इरफान ने अपनी सहपाठी सुतपा सिकंदर के साथ विवाह किया। सुतपा के साथ शादी से पहले इरफान अपना धर्म परिवर्तन करने के लिए भी राजी हो चुके थे। लेकिन सुतपा के परिवार ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया और दोनों की शादी बड़े ही धूमधाम से करवाई। इरफान को संघर्ष के दिनों में पत्नी सुतपा सिकंदर का भरपूर सहयोग मिला। जिसकी वजह से वह बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक कई बड़ी और सुपरहिट फिल्मों का हिस्सा बने।

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