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ट्रंप और नरेंद्र मोदी से ज्यादा कड़ी होती है कोरियन राष्टपति किम जोंग की सुरक्षा !

Kim Jong UN

ऐसी होती है किम जोंग उन की सुरक्षा !

आज दुनिया में 2 खबरों की चर्चा है एक कोरोना वायरस जिससे दुनिया भर में लाखों लोगों की जान जा चुकी है। वही दूसरी खबर है कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग उन की बीमार होने की। जब किम जोंग बीमार है तो उनकी हर खबर मीडिया में सुर्खिया बटोर रही है। किम जोंग कितना तानाशाह है ये तो आप जानते है ,लेकिन जोंग की सुरक्षा कैसी होती है क्या आप जानते है नहीं जानते तो देखिये हमारी खास रिपोर्ट !

किम जोंग की तानाशाही के कारण उनकी सुरक्षा हमेशा कड़ी होती है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन को तीन श्रेणियों में सुरक्षा दी जाती है. सिंगापुर में उनकी सुरक्षा के लिए ब्लैक सूट में बॉडीगार्ड्स दौड़ते नज़र आए.ये बॉडीगार्ड्स उनकी लक्जरी गाड़ी के साथ-साथ दौड़ रहे थे. इन्हें मेन ऑफ़िस ऑफ़ एडजुटेंट्स कहते हैं. ये सेना के अधिकारी होते हैं, जो देश के प्रमुख व्यक्तियों को सुरक्षा देते हैं.अचूक सुरक्षा के लिए ये किम के चारों तरफ़ तुरंत घेरा बना लेते हैं.इनका चयन कोरियन पीपल्स आर्मी से किया जाता है. इनकी लंबाई किम जोंग-उन के समान होती है. चयन के वक्त यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि उन्हें देखने में किसी तरह की कोई परेशानी न हो. ये निशानेबाजी, मार्शल आर्ट्स और बंदूक चलाने में दक्ष होते हैं.

कैसे होता है इनका चयन
किम को सुरक्षा देने वाले समूह में शामिल किए जाने से पहले इनकी पृष्ठभूमि की कठोर जांच की जाती है. इनकी पिछली दो पीढ़ियां भी इस जांच का हिस्सा होती हैं.समूह के अधिकतर सुरक्षाकर्मी किम जोंग-उन के संबंधी या फिर उत्तर कोरिया के जाने-माने परिवारों से होते हैं.बॉडीगार्ड का प्रस्ताव एक बार मान लेने के बाद नौकरी छोड़ने का विकल्प नहीं होता है. उन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया जाता है, ठीक उन सैनिकों की तरह, जो विशेष ऑपरेशन के लिए तैयार किए जाते हैं.सुरक्षाकर्मियों का घेरा चारों तरफ़ नजर रखता है. किम जोंग-उन तीन से पांच सुरक्षाकर्मियों के बीच होते हैं, जिनमें से एक समूह का डायरेक्टर होता है. ये सभी सूट और टाई पहने होते हैं किम जोंग-उन के ड्राइवर लिनन या लेदर के दस्ताने पहनता है ताकि गाड़ी पर उनका नियंत्रण बना रहे. वे कानों में ईयरपीस पहनते हैं ताकि उन्हें सूचनाएं मिलती रहे.उनकी पहचान विशेष तरीके से की जाती है. उनके कपड़े पर विशेष पिन और बैज लगे होते हैं. इतना ही नहीं पुष्टि के लिए विशेष कोड में उन्हें बातें भी करनी होती है.मेन ऑफ़िस ऑफ़ एडजुटेंट्स में करीब 200 से 300 सुरक्षाकर्मी होते हैं. इनमें से आधे बॉडीगार्ड और बाक़ी ड्राइवर और तकनीकी स्टाफ़ होते हैं.

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