हमारा देश इस वक़्त कोरोना वायरस नाम की महामारी से लड़ रहा है। इस लड़ाई में हमारे पुलिस अधिकारी सबसे आगे है। लेकिन इस बीच हमारे पुलिस अधिकारीयों पर हो रहे हमले चिंता पैदा करते है. दरअसल पंजाब के फरीदकोट में कर्फ्यू के दौरान पुलिसकर्मियों पर फायरिंग का मामला सामने आया है. यह पुलिसकर्मी एक नाके पर तैनात थे. फिलहाल, साफ नहीं है कि फायरिंग किसने की है. मामले की जांच शुरू हो गई है. इससे पहले पटियाला में कर्फ्यू पास मांगने पर निहंगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया था. इस हमले में एक पुलिसकर्मी का हाथ कट गया था.
पंजाब में कोरोना के अब तक 151 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 11 लोगों की मौत हो चुकी है. सूबे में कोरोना के मरीजों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए 30 अप्रैल तक कर्फ्यू लगाया गया है. सरकार ने लोगों से अपील की है कि वह घर में रहें और कर्फ्यू का उल्लंघन न करें. हालांकि, इस दौरान कई जगहों पर कर्फ्यू के उल्लंघन की शिकायत सामने आ रही है.
रविवार को ही पटियाला में पुलिसकर्मियों पर निहंगों ने हमला किया था. दरअसल, पटियाला के सब्जी मंडी इलाके में निहंगों से कर्फ्यू पास मांगा गया. इसके बाद निहंग बैरिकेड तोड़कर गाड़ी भगाने की कोशिश कर रहे थे.
वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने जब रोकने की कोशिश की तो कार सवार हमले पर उतर आए. इसी दौरान एक निहंग ने तलवार से हमला किया, जिससे एएसआई हरजीत सिंह की कलाई हाथ से अलग हो गई.इसके बाद निहंग बलबेड़ा क्षेत्र के गुरुद्वारा खिचड़ी साहब में छिप गए थे. पुलिस अधिकारी भी पीछा करते हुए गुरुद्वारा खिचड़ी साहब पहुंचे. पटियाला जोन के आईजी जतिंदर सिंह ने निहंगों को सरेंडर करने की चेतावनी दी, लेकिन वे गुरुद्वारे के अंदर से लाउड स्पीकर पर पुलिस को धमकियां देने लगे. उन्होंने अंदर से गोलीबारी भी की. जब देश कोरोना नाम की महामारी से लड़ रहा है और हमारे सुरक्षाकर्मियों पर ही ऐसे संकट सामने आएंगे तो कहीं ना कहीं चिंता जरूर पैदा होती है