लुधियाना जिले में कोरोना के दो और पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इनमें से एक पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में दम तोड़ने वाली महिला का बेटा और दूसरा गांव रामगढ़ भुल्लर का व्यक्ति है, जो तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुआ था। यह व्यक्ति बकरियां चराने के साथ साथ-साथ धर्म के प्रचार में भी लगा हुआ था। अब जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 12 हो गई है।
दरअसल, 30 मार्च को अमरपुरा बस्ती की 42 वर्षीय महिला ने पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में दोपहर के समय दम तोड़ दिया था। इसके बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो सेहत विभाग में हड़कंप मच गया। उसे खांसी, जुकाम और सांस कती तकलीफ थी। सिविल अस्पताल की लापरवाही यह हुई कि वह इस महिला का करीब सात दिन तक आम इलाज ही करते रहे। फिर उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो महिला के दो बेटों को भी आइसोलेशन वार्ड में रखा गया। इनमें से एक 22 साल और दूसरा 20 साल का है। एक बेटा ड्राइवर है और दूसरा पंजाबी भवन में काम करता है। पहले जब इन दोनों को दाखिल किया तो इनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी, मगर एहतियात के तौर पर सैंपल दोबारा भेजे गए तो एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
इसी तरह जगराओं के अधीन आते गांव रामगढ़ भुल्लर के एक जमाती को भी संदिग्ध हालत में सिविल अस्पताल जगराओं के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया था। इसके साथ ही उसके मां-बाप, पत्नी, दो बच्चे और दो भाइयों को अस्पताल में रखा गया है। अब उनके भी सैंपल लिए गए हैं। पुलिस की ओर से पकड़े गए लुटेरे के पॉजिटिव पाए जाने के बाद सेहत विभाग की एक टीम दोपहर 11 बजे पुलिस के साथ यहां पहुंची थी। उस युवक के चार पारिवारिक सदस्यों समेत चार किरायेदारों को भी सिविल अस्पताल दाखिल करवा दिया गया है। बताया जा रहा है कि यह युवक पांच दिन पहले भी इलाके में घूमता रहा है और उसके साथ एरिया के कई युवक देखे गए हैं। अब उसके पॉजिटिव पाए जाने से पूरे इलाके में दहशत है। फ़िलहाल लुधियाना पुलिस कोरोना वायरस मरीज़ो को लेकर काफी खौफ में है लुधियाना के सभी इलाको को सील किया जा रहा है जिस लुधियाना में कोरोना वायरस को पूरी तरीके से खत्म किया जा सके।